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बाल कविता- चुन्नू चला स्कूल



नटखट गोलमटोल सा
लिए हाथ में रुल।
लिये पीठ पर बस्‍ता

चुन्नू पहुंचा स्कूल।।

एक हाथ में थर्मस थामे
दूजे में थी टाफी।
ब्रेड और जैम टिफिन में रखा
उतना ही था काफी।

नये दोस्‍त नये सहपाठी
धमाचौकडी, मस्ती

घर लौटे चुन्नू को देख
मम्मी उसकी हँसती।।

-रवि प्रकाश केशरी

4 टिप्पणियाँ:

seema gupta said...

एक हाथ में थर्मस थामे
दूजे में थी टाफी।
ब्रेड और जैम टिफिन में रखा
उतना ही था काफी।
" प्यारी सी बाल कविता , सुंदर"
regards

संगीता पुरी said...

बहुत प्‍यारी बाल कविता।

जितेन्द़ भगत said...

मजेदार। बचपन याद आ गया।

Vinay said...

सुन्दर कविता हिअ, आनन्द आ गया!

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तकनीक दृष्टा/Tech Prevue