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आती तितली, जाती तितली।
रंगों में खो जाती तितली।
रंगों में खो जाती तितली।
फूलों संग बतियाती तितली,
बच्चों की है प्यारी तितली।
बच्चों की है प्यारी तितली।
कैसी अदभुत, कैसी न्यारी,
सब पर है यह वारी तितली।
रूप रंग सब कुछ हैं इसके,
मगर नहीं इठलाती तितली।
फूलों संग नाचो-गाओ,
है संदेशा देती तितली।
है संदेशा देती तितली।
दुनिया कैसे सुंदर बनती,
सबको राह बताती तितली।
सबको राह बताती तितली।
-शमशेर अहमद खान
A Hindi Children Poem (Bal gazal) by Shamsher Ahmad Khan
A Hindi Children Poem (Bal gazal) by Shamsher Ahmad Khan
1 टिप्पणियाँ:
सबके मन को भाती तितली।
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S.B.A. TSALIIM.
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