-डा0 गणेशदत्त सारस्वत
मम्मी जी, पापा से कहकर रोबोट एक मंगा लो।
और सभी कामों से घर-बाहर के छुट्टी पा लो।
चार बजे से पहले ही है, तुमको पड़ता जगना।
छोटे-बड़े सभी कामों में दिन भर पड़ता खटना।
नई-नई खोजों का मम्मी कुछ तो लाभ उठा लो।
आज्ञा मिलते ही रोबोट सब, काम करेगा पूरा।
चाहे कुछ भी हो जाए, छोड़ेगा नहीं अधूरा।
मन ही मन तब खुश होगी तुम चाहे जो आजमा लो।
मैं भी उसके संग खेलूँगा, होगा पक्का साथी।
कभी बनेगा घोड़ा मेरा, कभी बनेगा हाथी।
नहीं हानि पहुँचाएगा कुछ अगर यत्न से ढ़ालो।
1 टिप्पणियाँ:
बडे काम की सलाह।
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S.B.A. TSALIIM.
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